भोपाल। पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिन के अवसर पर शौर्य स्मारक में मध्य विधानसभा से विधायक आरिफ मसूद द्वारा भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें हज़ारों की संख्या में बच्चों ने भाग लेकर रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति पेश करते हुए नेहरू जी के विचारों को सांझा किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रख्यात शायर चिंतक तथा विचारक श्री आनंद मोहन गुलजार देहलवी तथा म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह जी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचैरी जी उपस्थित हुए। बाल दिवस के अवसर पर भोपाल में कार्यक्रम शौर्य स्मारक के प्रांगण में आयोजित किया एवं प्रस्तुति देने वाले बच्चों को पुरस्कार वितरण कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्रख्यात शायर चिंतक तथा विचारक श्री आनंद मोहन गुलजार देहलवी ने नेहरू जी पर शायरी पढ़ते हुए नेहरू जी की जीवनी पर एवं उनके साथ पलों को याद किया। उन्होेने कहा कि नेहरू जी के साथ जंगे आज़ादी की लड़ाई में साथ रहा हूॅ नेहरू जी ने आधुनिक भारत की नीव रखी है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह जी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस नफरत के समय में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने की अतिआवश्यकता है पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ने जंगे आज़ादी की लड़ाई में सभी धर्माें के लोगों को एक सूत्र में बांधकर यह लड़ाई लड़ी थी। भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू जी ने देश को आगे बड़ाने की एक ठोस बुनियाद रखी आज उसी का परिणाम है कि भारत देश दुनिया की सबसे बड़ी ताकतों में गिना जाता है।
इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचैरी जी ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेेहरु जी को बच्चों से बहुत लगाव था और बच्चे भी उन्हें प्यार से चाचा नेहरु कहकर पुकारते थे, इसलिए उनके जन्मदिवस को बाल दिवस के रुप में मनाया जाने लगा। इस दिन बच्चों को उनके अधिकार और उनकी शिक्षा के प्रति जागरुक भी किया जाता है।
इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजक काॅगे्रस विधायक श्री आरिफ मसूद ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू 16 साल की उम्र तक जवाहर लाल नेहरू की अधिकांश शिक्षा उनके घर पर ही हुई। इस दौरान उन्हें अंग्रेजी, हिंदी और संस्कृत भाषा की शिक्षा मिली, लेकिन अंग्रेजी की पढ़ाई पर विशेष जोर रहा। आज के दौर में बच्चों को शिक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ने इस देश को आजाद कराने के लिए एक लम्बी लड़ाई लड़ी भारत के पहले प्रधानमंत्री बने उन्होेने आधुनिक भारत का निर्माण किया और हमेशा कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए काम किया।