हिंदू धर्म में काल भैरव को भगवान शिव का ही स्वरूप माना जाता है। मान्यता है कि काल भैरव की उपासना करने से व्यक्ति के सभी संकट दूर हो जाते हैं। इस बार आज यानी 19 नवंबर, मंगलवार को काल भैरव अष्टमी मनाई जा रही है। इस दिन शुभ मुहूर्त में सच्चे दिल से प्रभु की उपासना करने से व्यक्ति अपने सभी शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर किस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से काल भैरव अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर उनकी सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं।
काल भैरव की पूजा हेतु शुभ मुहूर्त है:
काल भैरव अष्टमी 19/11/19 को 3.35 पर प्राारम्भ होगी एवं 20/11/19 दोपहर 1.41 पर समापन होगा।